बागौर (बरदीचंद जीनगर)।बागोर थाना क्षेत्र के बैरा व के युवक की महाराष्ट्र के कोल्हापुर में संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। 24 घंटे बाद शव गांव पहुंचा। शव लेकर आये लोग रास्ते में ही वाहन से उतर गए। इसे लेकर गांव के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और वे मौत के कारणों की जांच एवं मुआवजे की मांग पर अड़ गए। गुस्साए लोगों ने युवक को मजदूरी पर ले जाने वाले परिवार के घर के बाहर शव रखकर प्रदर्शन किया। इसकी जानकारी मिलने के बाद थानाधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से समझाइश की लेकिन बात नहीं बनने पर ग्रामीणों को एक प्रतिनिधिमंडल को थाने बुलाकर वार्ता शुरू की है।
जानकारी के अनुसार बागौर थाना क्षेत्र के बैरा गांव निवासी मूलचंद गुर्जर (30) को पास के गांव खेपरिया खेड़ा निवासी उदय राम गुर्जर अपने वाहन पर चालक के रूप में महाराष्ट्र के कोल्हापुर मजदूरी के लिए ले गया था। बताया जा रहा है कि युवक वहां पोकलेन मशीन चलाता था। संदिग्ध परिस्थितियों में तबीयत खराब होने पर साथी मजदूरों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया जहां उपचार के दौरान मूलचंद की मौत हो गई। साथी मजदूर शव को लेकर गांव के लिए रवाना हुए लेकिन रास्ते में ही उतर गए। शव बैरां पहुंचा तो परिजन व ग्रामीण मौत को संदिग्ध बताते हुए जांच की मांग कर हुए युवक को मजदूरी पर ले जाने वाले परिवार के घर के बाहर शव रखकर मुआवजे की मांग कर रहे हैं। सूचना मिलने के बाद बागौर एसएचओ मोतीलाल रायका जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे और परिजनों व ग्रामीणों से समझाइश की लेकिन कोई बात नहीं बन सकी है। सूचना मिलने के बाद आसपास के गांवों से भी बड़ी संख्या में ग्रामीणों के मौके पर पहुंचने की जानकारी मिली है। एसएचओ ने हलचल से बात करते हुए बताया कि ग्रामीणों को महाराष्ट्र जाकर सच्चाई का पता लगाने को भी कहा है। फिलहाल मौके पर शांति है।
10 दिन पहले हुआ था बेटा, नहीं देख पाया चेहरा
मूलचंद महाराष्ट्र के कोल्हापुर में रहकर परिवार के लिए रोजी-रोटी कमा रहा था। ग्रामीणों ने बताया कि 10 दिन पहले ही मूलचंद की पत्नी ने बेटे को जन्म दिया था और वह गांव आने वाला था लेकिन उससे पहले ही अनहोनी हो गई। ऐसे में वह अपने बेटे का चेहरा तक नहीं देख पाया।